बहुत मोटा है मेरा पेट,
लेता जग को अपने में समेट,
रोज सवेरे मैं हूं आता,
सबके मन को मैं भाता.
बताएं मैं कौन हूं.
मेरा सवाल 103 का सही उत्तर – जगदम्बा प्रसाद मिश्र “हितैषी”
सर्वप्रथम सही जवाब दिया श्री के के यादव जी ने, बधाई.
इसके अलावा श्री प्रकाश गोविंद जी , सुश्री आकांक्षा जी ने भी सही उत्तर दिए,
आप सभी का धन्यवाद और आभार.
चलते – चलते ***** जैन परंपरा का सर्वप्रथम कवि स्वयंभू थे.
13 comments:
Sooraj[Sun]
सूरज
सही उत्तर नही मिला है. इस्लिये हिंट ही देता हुं-
पहली दो लाइनों में थोडा परिवर्तन कर रहा हुं=ध्यान से देखें-
बहुत मोटा है मेरा पेट
लेता जग की खबरें समेट
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..................
news paper
akhbaar.
Newspaper!!!
"RAM"
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Radio
sooraj, radio , newspaper - sahee utaar raat 9 baje.
सूरज
Telivision (TV)
Akhbar wala Haker.
आकांछा जी, यादव जी और पाखी जी का आभार.
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