tag:blogger.com,1999:blog-6959877154769265317.post10108312243756217..comments2023-05-07T13:24:08.868+05:30Comments on बूझो तो जानें: मेरा सवाल 130ज़मीरhttp://www.blogger.com/profile/03363292131305831723noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-6959877154769265317.post-71551249975201844502010-08-25T20:24:40.054+05:302010-08-25T20:24:40.054+05:30banglaa bhaasha me.banglaa bhaasha me.शमीमhttps://www.blogger.com/profile/17758927124434136941noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6959877154769265317.post-40301088048916007752010-08-25T00:43:05.201+05:302010-08-25T00:43:05.201+05:30banglabanglaआशीष मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/15289198446357998161noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6959877154769265317.post-72611937503780611162010-08-24T16:03:00.637+05:302010-08-24T16:03:00.637+05:30रक्षाबन्धन पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएं.रक्षाबन्धन पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएं.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6959877154769265317.post-25587549435226963902010-08-24T12:46:08.604+05:302010-08-24T12:46:08.604+05:301870 के दौरान अंग्रेज हुक्मरानों ने ‘गॉड सेव द क्व...1870 के दौरान अंग्रेज हुक्मरानों ने ‘गॉड सेव द क्वीन’ गीत गाया जाना अनिवार्य कर दिया था। अंग्रेजों के इस आदेश से बंकिम चंद्र चटर्जी को जो तब एक सरकारी अधिकारी थे, बहुत ठेस पहुंची और उन्होंने संभवत 1876 में इसके विकल्प के तौर पर संस्कृत और बांग्ला के मिश्रण से एक नए गीत की रचना की और उसका शीर्षक दिया - ‘वंदे मातरम’। शुरुआत में इसके केवल दो पद रचे गए थे जो केवल संस्कृत में थे। इन दोनो पदों में केवल मातृ-भूमि की वन्दना थी। उन्हों ने १८८२ में जब आनन्द मठ नामक बांग्ला उपन्यास लिखा तब मातृभूमि के प्रेम से ओत-प्रोत इस गीत को भी उसमें शामिल किया। यह उपन्यास अंगरेजों के शासन तथा जमींदारों के शोषण के विरुद्ध जारी सन्यासी विद्रोह पर आधारित है। इसमें यह गीत सन्यासियों द्वारा ही गवाया गया है। इस उपन्यास में इस गीत के आगे के पद लिखे गए जो उपन्यास की भाषा अर्थात् बांग्ला में हैं। इन बाद वाले पदों में मातृभूमि की दुर्गा के रूप में स्तुति की गई है।<br />link for more -http://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B5%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%87_%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%A4%E0%A4%B0%E0%A4%AE%E0%A5%8DDarshan Lal Bawejahttps://www.blogger.com/profile/10949400799195504029noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6959877154769265317.post-20307046550509677702010-08-24T12:42:01.245+05:302010-08-24T12:42:01.245+05:30बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा संस्कृत बांग्ला मिश्रित ...बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा संस्कृत बांग्ला मिश्रित भाषा में रचित इस गीत का प्रकाशन 1882 में उनके उपन्यास ‘आनंद मठ’ में अंतर्निहित गीत के रूप में हुआ।Darshan Lal Bawejahttps://www.blogger.com/profile/10949400799195504029noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6959877154769265317.post-3241688843958117112010-08-24T07:32:40.499+05:302010-08-24T07:32:40.499+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति।
रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकाम...बहुत अच्छी प्रस्तुति।<br />रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ.<br />बांग्ला में नहीं है क्या?<br />संस्कृत में है।हास्यफुहारhttps://www.blogger.com/profile/14559166253764445534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6959877154769265317.post-33496234082710746452010-08-24T06:46:43.224+05:302010-08-24T06:46:43.224+05:30संजीव जी को बधाई.संजीव जी को बधाई.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6959877154769265317.post-84612200579986799842010-08-24T00:20:42.468+05:302010-08-24T00:20:42.468+05:30बंगला .. रक्षाबंधन की बधाई और शुभकामनाएं !!बंगला .. रक्षाबंधन की बधाई और शुभकामनाएं !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6959877154769265317.post-23773309186169820302010-08-23T22:07:54.250+05:302010-08-23T22:07:54.250+05:30बांग्ला भाषा में।बांग्ला भाषा में।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6959877154769265317.post-25358526838618412202010-08-23T21:37:20.209+05:302010-08-23T21:37:20.209+05:30"वन्दे मातरम ....."
ये गीत बंकिमचंद्र म..."वन्दे मातरम ....."<br /><br />ये गीत बंकिमचंद्र में संस्कृत और बंगला में लिखा था... दोनों भाषाओं में ... एक साथ ... एक ही गीत बंगला और संस्कृत मेंअमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.com